प्राजापत्य विवाह का अर्थ
[ peraajaapety vivaah ]
प्राजापत्य विवाह उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार वह विवाह जिसमें पिता अपनी कन्या का हाथ वर के हाथ में यह कहकर देता था कि तुम लोग मिलकर धर्म का पालन करोगे:"आधुनिक युग में प्राजापत्य विवाह प्रचलन में नहीं है"
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- ऐसे विवाह को काय या प्राजापत्य विवाह कहते हैं ।
- उपरोक्त के अतिरिक्त प्राजापत्य विवाह जिसे प्रशस्त विवाह श्रेणियों में माना गया है।
- आज भी उच्च वर्ग के लोगों में प्राजापत्य विवाह और निम्न वर्ग के लोगों में आसुर विवाह प्रचलित हैं।
- ये सारे उपाय ब्राह्म , अग्नि , दैव और प्राजापत्य विवाह पध्दतियों के अनुसार शादी करने वालों के लिए सुझाए गए है।
- ये सारे उपाय ब्राह्म , अग्नि , दैव और प्राजापत्य विवाह पध्दतियों के अनुसार शादी करने वालों के लिए सुझाए गए है।
- प्राजापत्य विवाह ( सं . ) [ सं-पु . ] 1 . ( हिंदू धर्मशास्त्र ) आठ प्रकार के विवाह में से एक 2 .
- ( 4 ) ' तुम दोनों एक साथ ग्रहस्थ धर्म का पालन करो ' यह कहकर पूजन करके कन्या देने को ' प्राजापत्य विवाह ' कहते हैं ।
- ( 4 ) ' तुम दोनों एक साथ ग्रहस्थ धर्म का पालन करो ' यह कहकर पूजन करके कन्या देने को ' प्राजापत्य विवाह ' कहते हैं ।